June 2017 20
है खिजां गुलशन में फिर भी लग रहा आई बहार…
Posted By : kanoos
Comments Off on है खिजां गुलशन में फिर भी लग रहा आई बहार…

गज़ल प्रेमचंद सहजवाला हो गए हैं आप की बातों के सब मुफलिस शिकार है खिजां गुलशन में फिर भी लग रहा आई बहार रौशनी दे कर मसीहा ने चुनी हंस कर सलीब रौशनी फिर रौंदने

June 2017 20
रिश्तों की राह…
Posted By : kanoos
Comments Off on रिश्तों की राह…

गज़ल – प्रेमचंद सहजवाला रिश्तों की राह चल के मिले अश्क बार बार तनहाइयों ने बांहों में ले कर लिया उबार चलती है दिल पे कैसी तो इक तेज़ सी कटार डोली उठा के जाते

June 2017 20
बेबका जहान
Posted By : kanoos
Comments Off on बेबका जहान

गज़ल – प्रेमचंद सहजवाला इस बेबका जहान में है कौन मुस्तकिल जब वक्त आ गया तो चले जाएंगे कभी पूछेगा जब अवाम सवाल अपने, आप से क्या आप सच ज़बान से फरमाएंगे कभी Thursday, May

June 2017 20
जनता ने भर दी है हामी, एम एल ए होंगे गोस्वामी
Posted By : kanoos
Comments Off on जनता ने भर दी है हामी, एम एल ए होंगे गोस्वामी

>जनता ने भर दी है हामी एम.एल.ए होंगे गोस्वामी – चुनाव संस्मरण – प्रेमचंद सहजवालासन् 1969 की बात है. तब उत्तर प्रदेश में अचानक मध्यावधि चुनाव घोषित हो गए थे. एक तो हमारी पढ़ाई में